गूगल ने अपने एंड्रॉइड यूजर्स के लिए एक नया और महत्वपूर्ण फीचर पेश किया है, जो स्मार्टफोन चोरी होने की स्थिति में डेटा को सुरक्षित रखने में मदद करेगा। इस थेफ्ट प्रोटेक्शन फीचर का अनावरण इस साल की शुरुआत में किया गया था और यह अब कुछ चुनिंदा देशों में यूजर्स के लिए रोलआउट होना शुरू हो गया है। हालांकि, यह फीचर अभी सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं है, लेकिन आने वाले दिनों में इसे व्यापक स्तर पर लॉन्च करने की योजना है।
क्या है थेफ्ट प्रोटेक्शन फीचर?
गूगल का यह नया थेफ्ट प्रोटेक्शन फीचर स्मार्टफोन के चोरी होने पर यूजर के डेटा की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है। इसमें तीन महत्वपूर्ण क्षमताएं शामिल हैं: थेफ्ट डिटेक्शन लॉक, ऑफलाइन डिवाइस लॉक और रिमोट लॉक। जब कोई चोर फोन चुराता है, तो यह फीचर स्वचालित रूप से डिवाइस को लॉक कर देता है, जिससे चोर आपके डेटा तक पहुंच नहीं बना पाता है।
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फीचर का लाभ उठाने वाले यूजर्स
गूगल का यह नया फीचर वर्तमान में अमेरिका में यूजर्स के लिए रोलआउट किया जा रहा है। इसके अलावा, हाल ही में इसे ब्राजील में भी पेश किया गया था। इस फीचर का लाभ उन यूजर्स को मिलेगा, जिनके पास एंड्रॉइड 10 या इससे ऊपर के डिवाइस हैं। यह फीचर जल्द ही अन्य देशों के यूजर्स के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन इसके लिए निश्चित तिथि का अभी तक ऐलान नहीं किया गया है।
थेफ्ट डिटेक्शन लॉक का महत्व
इस फीचर में थेफ्ट डिटेक्शन लॉक शामिल है, जो चुराए गए फोन की पहचान करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करता है। अगर डिवाइस कोई संदिग्ध गतिविधि पहचानता है, तो यह अपने आप स्क्रीन को लॉक कर देता है। इससे चोर आपके स्मार्टफोन में मौजूद संवेदनशील जानकारी तक नहीं पहुंच पाते हैं और डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
ऑफलाइन डिवाइस लॉक का कार्यप्रणाली
इसके अतिरिक्त, ऑफलाइन डिवाइस लॉक सुविधा भी महत्वपूर्ण है। यदि कोई चोर चोरी की गई डिवाइस को लंबे समय तक डिस्कनेक्ट करने की कोशिश करता है, तो यह फीचर डिवाइस के ग्रिड से बाहर होने पर भी स्क्रीन को अपने आप लॉक कर देता है। इससे पुनः अनलॉक करने के लिए पिन डालना अनिवार्य होता है, जो सुरक्षा को और बढ़ाता है।
रिमोट लॉक फीचर की सुविधा
गूगल का रिमोट लॉक फीचर यूजर्स को किसी अन्य डिवाइस का उपयोग करके अपने स्मार्टफोन को लॉक करने की सुविधा देता है। यूजर्स केवल अपने फोन नंबर और एक क्विक सिक्योरिटी चैलेंज का उपयोग करके इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, गूगल का “फाइंड माय डिवाइस” फीचर भी है, जिसके जरिए यूजर अपने फोन को आसानी से ढूंढ सकते हैं।
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रीसेट करना होगा मुश्किल
गूगल एंड्रॉइड की फैक्टरी रीसेट सुरक्षा को भी मजबूती देने की दिशा में काम कर रहा है। नए अपग्रेड के साथ, यदि कोई व्यक्ति डिवाइस को रीसेट करने का प्रयास करता है, तो उसे अपने गूगल अकाउंट के क्रेडेंशियल्स भरने होंगे। इस तरह की सुरक्षा उपायों से चोरों के लिए फोन को रीसेट करना मुश्किल हो जाएगा।
गूगल का यह नया थेफ्ट प्रोटेक्शन फीचर स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच प्रदान करता है। इस फीचर के माध्यम से यूजर्स अपनी डिवाइस की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं और चुराए गए फोन के डेटा की रक्षा कर सकते हैं। इसके साथ ही, यह सुविधा स्मार्टफोन चोरी की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है।